रांची: विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र को अंतिम रूप देने के करीब पहुँच चुकी है। यह घोषणापत्र न केवल कांग्रेस की प्राथमिकताओं को रेखांकित करेगा बल्कि पार्टी के सहयोगी दलों के साथ संयुक्त रूप से जनता के सामने लाया जाएगा ताकि चुनाव में एकसमान एजेंडा प्रस्तुत किया जा सके।
घोषणापत्र का फोकस: झारखंड की संस्कृति और संसाधन
प्रदेश कांग्रेस के मेनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन बंधु तिर्की ने बताया कि कांग्रेस का घोषणापत्र झारखंड की विशिष्ट पहचान और आवश्यकताओं पर आधारित है। इसमें राज्य की विरासत, सभ्यता, संस्कृति, जल, जंगल, जमीन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को प्राथमिकता दी गई है। यह घोषणापत्र राज्य की दशकों पुरानी समस्याओं का समाधान खोजने और सभी समुदायों को समावेशी विकास की राह दिखाने का वादा करता है।
घोषणापत्र का एक प्रमुख उद्देश्य है कि झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करते हुए यहाँ की जनता के आर्थिक और सामाजिक विकास को सुनिश्चित किया जाए। पार्टी ने हर वर्ग, समुदाय और भाषा-भाषी लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह दस्तावेज तैयार किया है, ताकि झारखंड की समृद्धि और विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकें।
सहयोगी दलों के साथ समन्वय से होगा अंतिम रूप
कांग्रेस ने घोषणा की है कि यह घोषणापत्र सहयोगी दलों के साथ गहन चर्चा के बाद जारी किया जाएगा ताकि सभी दलों के एजेंडों में एकरूपता बनी रहे। बंधु तिर्की ने बताया कि कांग्रेस चाहती है कि चुनाव में सभी सहयोगी दल एकजुट होकर समान मुद्दों पर जनता के बीच जाएं। इसके लिए जल्द ही सभी दलों के साथ बैठकों का दौर चलेगा।
“सर्वजन हिताय” बना घोषणापत्र का मूल मंत्र
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने बताया कि इस घोषणापत्र को तैयार करने में व्यापक जनसंवाद का सहारा लिया गया है। आम जनता, सिविल सोसाइटी, प्रबुद्ध वर्ग, युवा, और छात्र संगठनों के साथ चौपाल लगाकर उनके सुझावों को एकत्र किया गया। इन चर्चाओं के आधार पर मेनिफेस्टो तैयार किया गया, जिसका मूल मंत्र “सर्वजन हिताय” होगा।
प्रवक्ता ने कहा कि घोषणापत्र में सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा गया है और इसे समयबद्ध तरीके से लागू करने का भी संकल्प लिया गया है। राज्यभर से मिले सुझावों के आधार पर कई नए मुद्दों को भी घोषणापत्र में जोड़ा गया है, जिनका उद्देश्य झारखंड की समृद्धि और सभी वर्गों के कल्याण के लिए ठोस नीतियों को अमल में लाना है।
समयबद्ध योजनाओं पर रहेगा जोर
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में झारखंड के विकास के लिए समयबद्ध योजनाओं को लागू करने का वादा किया है। इस बार का घोषणापत्र न केवल वादों का पुलिंदा होगा, बल्कि हर मुद्दे के लिए स्पष्ट समयसीमा तय की गई है ताकि जनता को भरोसा हो कि उनके हित में उठाए गए कदम समय पर पूरे किए जाएंगे। कांग्रेस के इस घोषणापत्र में राज्य की सबसे ज्वलंत समस्याओं को सुलझाने के लिए ठोस योजनाएं दी गई हैं, जो झारखंड की जनता के हित में होंगी।
झारखंडी भावना को मिलेगा प्रमुख स्थान
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में झारखंडी भावना को प्रमुखता से स्थान दिया है। प्रदेश की जनता की उम्मीदों और आवश्यकताओं को समझते हुए घोषणापत्र में ऐसी योजनाओं और नीतियों को शामिल किया गया है, जो झारखंड की स्थानीय आवश्यकताओं और यहां की जनता की आकांक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। कांग्रेस का यह कदम राज्य की सांस्कृतिक पहचान और उसकी धरोहरों को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।
चुनावी रणनीति और नेतृत्व के साथ अंतिम चर्चा
बंधु तिर्की ने यह भी कहा कि घोषणापत्र पर सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद इसे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ साझा किया जाएगा। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ अंतिम चर्चा के बाद ही तिथि तय कर औपचारिक रूप से घोषणापत्र जारी किया जाएगा। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक कांग्रेस अपने घोषणापत्र को जनता के सामने प्रस्तुत कर देगी।
कांग्रेस का यह घोषणापत्र चुनावी मैदान में पार्टी की सोच, प्राथमिकताएं, और विकास की योजनाओं को प्रतिबिंबित करेगा। पार्टी की उम्मीद है कि यह दस्तावेज झारखंड के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा और कांग्रेस को आगामी चुनावों में जीत की ओर ले जाएगा।